जलोदर (Ascites) एक चिकित्सा शब्द है जिसका अर्थ उदर के अंदर तरल पदार्थ की असामान्य मात्रा का निर्माण है। आम तौर पर, एक गंभीर यकृत सिरोसिस और दिल की विफलता (Heart Failure) इस बीमारी का एक सामान्य कारण है।
द्रव (Fluid) के संचय (Accumulation) और पानी के स्तर के आधार पर, कारणों को 3 तरीकों से वर्णित किया जा सकता है।
जलोदर (Ascites) का सबसे आम प्रकार SAAG उच्च सीरम जलोदर एल्बुमिन ग्रेडिएंट (High serum ascites albumin gradient, (SAAG)) के कारण है।यह वायरल, क्रिप्टोजेनिक(Cryptogenic) या अल्कोहलिक सिरोसिस (Alcoholic Cirrhosis), दिल की विफलता (Heart Failure) और वेनो-ओवोलसिव (Veno-ovolesive) बीमारी के कारण होता है।
दूसरे प्रकार का जलोदर कम SAAG के कारण होता है, जिसमें उच्च प्रोटीन (High Protein) और कोशिकीय मलबे (Cellular Debris) के साथ एक तरल पदार्थ जिसमें मवाद कोशिकाएं (Pus Cells), रक्त (Blood), प्लाज्मा प्रोटीन (Plasma Protein), श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cell) और प्लेटलेट्स (Platelets) शामिल होते हैं, जो वाहिकाओं (The Vessels) से बच जाते हैं और ऊतकों (Tissues) में जमा हो जाते हैं। इसमें काफी अधिक प्रोटीन होता है। यह मुख्य रूप से कार्सिनोजेनेसिस (Carcinogenesis), अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) तपेदिक (Tuberculosis), नेफ्रिटिक रोग (Nephritic disease) जैसी बीमारी के कारण होता है।
अन्य दुर्लभ कारण थायराइड विकार (Thyroid Disorder), डायलिसिस (Dialysis) और संवहनी विकार (Vascular Disorder) हैं।
जलोदर लक्षण (Ascites Symptoms)–
बढ़े हुए उदर गुहा (Abdominal Cavity), पेट का भारीपन (Abdominal Heaviness), पेट के दबाव (Abdominal Pressure) और कठोरता की भावना (Feeling of hardness), डायाफ्राम (Diaphragm) पर दबाव के कारण सांस की तकलीफ। खट्टी डकारें (Belch Out), थकान (Fatigue), जी मचलाना (Stir Up)।
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जलोदर निदान (Ascites Diagnosis)-
आयुर्वेद जलोदर (Ascites) के लिए सबसे अच्छा प्रभावी उपचार प्रदान करता है। यदि इसे प्रारंभिक अवस्था में शुरू किया जाता है तो डायलिसिस (Dialysis) या टैपिंग (Taping) के बिना हर्बल उपचार के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता है।
गोक्षुरा कैप्सूल (Goxura Capsule) जलोदर के लिए शुद्ध और प्राकृतिक मूत्रवर्धक दवा है जो जलोदर में बहुत लाभदायक होता है, इसमें सूजन (Swelling) को कम करने वाला गुण होता है।
डिटॉक्स प्रीमियम पाउडर (Detox Premium Powder) में विभिन्न हर्बल-खनिज तत्व होते हैं, जैसे प्रवाल पिष्टी (Coral Reef), अकीक पिष्टी, गिलोय सत्व (Giloy Satva), कामदुधा रस (Kamadudha Ras), मोती पिष्टी (Moti Pishti), जहर मोहरा (Poison Piece), गंधक रसायन (Sulfur chemistry), शुक्ता पिष्टी (Shukta Pishti) , यवक्षार (Nocturnal), ताल सिंदूर (Tal Sindoor), सुधियोग टैब (Correction Tab), शंख भस्म (Conch Shell), कुटकी (The Pin), सिंघाड़ा (Water Chestnut)। आदि यह पूरे शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है।
पंचसकार चूर्ण (Quintessential Powder), कब्ज के रोगियों के लिए बहुत प्रभावी है। इस हर्बल चूर्ण में बलहारातकी (Balarati), शुंठी (Shunthi), शतपुष्पा (Satpushpa), स्वर्णपत्री (Gold Sheet), शतपुष्पा (Satpushpa), और सांधव (Sandhav) लवण जैसी विभिन्न सामग्री शामिल हैं। यह जलोदर के लक्षणों में भी राहत देता है।
चादर धरा (Wrap Sheet) हर्बल सिरप अजवाईन सत्व (Celery Extract), पुदीना (Peppermint) और मशक कपूर (Mashak Kapoor) से तैयार किया जाता है जो भूख में सुधार करता है, हाइपरसिटी (Hypercity) को कम करता है और शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
गोखरू चूर्ण (Bunion Powder), जड़ी बूटी गोक्षुरा (Herb Goxura) का शुद्ध अर्क होता है। यह एक मूत्रवर्धक (Diuretic) के रूप में कार्य करता है, सूजन को कम करता है, और मूत्र पथ (urinary Tract) के संक्रमण का इलाज करता है।
इसके साथ इन बातों का ध्यान रखें (Keep these things in mind):
- नमक का सेवन कम करें।
- तरल पदार्थ कम लें, पानी के सेवन प्रतिबंधित करें। पानी की जगह गाय के दूध का उपयोग करें।
- हल्का फुल्का व्यायाम नियमित रूप से करें।
- शराब का सेवन ना करें।
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